स्कूल जाते वक्त 10वीं की छात्रा की हार्ट अटैक से मौत, बच्चों में दिखें ये लक्षण तो तुरंत कराएं चेकअप

 

Class 10 Student Dies Of Heart Attack: तेलंगाना में 10वीं की छात्रा की मौत से हर कोई सकते में है, ऐसे में ये समझना जरूरी है कि आप अपने बच्चों में होने वाली इस खतरनाक बीमारी को कैसे पहचान सकते हैं.


CPR देने पर भी नहीं बची जान
एक स्कूल शिक्षक ने श्री निधि को देखा और तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर्स ने उसकी जांच की और उसे सीपीआर (CPR) सहित शुरुआती इलाज किया, लेकिन जब उसने रिस्पॉन्स नहीं दिया, तो उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. रेफर किए गए हॉस्पिटल में श्री निधि को दिल का दौरा पड़ने से मृत घोषित कर दिया गया.

हर कोई हैरान
स्कूल के टीचर्स और स्टूडेंट्स ने मौत पर दुख जाता और कई छात्रों ने ये भी कहा कि वे हैरान हैं कि श्री निधि जैसी कम उम्र की लड़की की हार्ट अटैक से मौत हो गई. उसका पार्थिव शरीर उसके होम टाउन ले जाया गया.

अलीगढ़ में हुआ था चौंकाने वाला मामला


श्री निधि की मौत अलीगढ़ (Aligarh) के सिरौली (Sirauli) गांव के क्लास 6 के स्टूडेंट मोहित चौधरी (Mohit Chaudhary) की दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत के कुछ महीने बाद हुई है. 14 साल के एनुअल स्पोर्ट्स डे कॉम्पिटीशन की तैयारी कर रहा था और प्रैक्टिस रन के दौरान गिर पड़ा था. उसी जिले की एक दूसरी बच्ची, 8 साल की दीक्षा (Diksha), कुछ दिन पहले अपने दोस्तों के साथ खेलते वक्त दिल का दौरा पड़ने से मौत का शिकार हो गई थी

लगातार बढ़ रहे कार्डियक अरेस्ट के केस
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) के प्रोफेसर एम रब्बानी (M Rabbani) ने कहा था कि कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) से होने वाली मौतों को लेकर अहम बात बताई है. उन्होंने कहा, "अगर किसी सेहतमंद इंसान की एक घंटे के भीतर मौत हो जाती है, तो इसे अचानक कार्डियक अरेस्ट कहा जाता है. पिछले 2 सालों में इसमें 22 फीसदी की वृद्धि हुई है. अगर किसी बच्चे को सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द की शिकायत हो, तो उसकी तुरंत जांच करानी चाहिए." 

बच्चों में दिल की बीमारी के लक्षण

आजकल स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे या टीनएजर्स को भी हार्ट अटैक का खतरा होता है. आमतौर पर ऐसी परेशानी अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब फूड हैबिट्स से हो सकती है. इन बीमारियों के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे सामने आते हैं, जिन्हें वक्त पर पहचानना ज़रूरी है. जब बच्चों के शरीर में कुछ अजीबोगरीब इशारे नजर आने लगें, 

1. जल्दी थकान महसूस होना: बच्चा खेल-कूद या नॉर्मल फिजिकल एक्टिविटीज के दौरान जल्दी थक जाता है.
2. सांस फूलना: हल्की शारीरिक गतिविधि के बाद भी बच्चे की सांस फूलने लगती है.
3. होंठ, नाखून या त्वचा का नीला पड़ना (Cyanosis): शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण त्वचा का रंग नीला पड़ सकता है.
4. छाती में दर्द या भारीपन: कुछ बच्चों को फिजिकल एक्टिविटीज के दौरान सीने में दर्द या दबाव महसूस होता है.
5. असामान्य हार्ट बीट (Arrhythmia): दिल की धड़कन बहुत तेज, बहुत धीमी या अनियमित हो सकती है.
6. बेहोशी या चक्कर आना: अचानक बेहोश हो जाना या सिर चकराना दिल की समस्या का संकेत हो सकता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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